मंटो की उस कहानी में बच्चों के बारे में ऐसा क्या है?
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मंटो, फाइल फोटो |
किसी दिन लेखक मंटो अपनी बीवी सफिया के साथ जैदी के घर पर होता है, तभी बिल्ला वहां आ जाता है। हठात सफिया चीख पड़ती है- 'मंटो, यह बिल्ला तो पूरा बदमाश लगता है'।
तभी जैदी कह उठता है कि उसे डर का हल मिल गया। वह याद करता है कि जब वह स्कूल में पढ़ता था, तो एक मुसटेन वाला लगातार उसके पीछे पड़ा रहता था। इस बिल्ले की शक्ल उससे मिलती थी।
दरअसल, मंटो की यह कहानी बाल यौन शोषण की समस्या पर लिखी गई है। बिल्ले को प्रतीक के रूप में रखते हुए मंटो यह कहना चाहता है कि बचपन में किए गए शोषण या शोषण के प्रयास से उपजा भय बड़े होने के बाद भी अवचेतन में बैठा रहता है।
यदि आपने नहीं पढ़ी है, तो तुरंत ही यह कहानी पढ़ डालिए।
यदि आपने नहीं पढ़ी है, तो तुरंत ही यह कहानी पढ़ डालिए।
- गुलज़ार हुसैन
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