Life is a great adventure : भारत में पहली बार 100 दिन लाइफ सपोर्ट पर रहने के बावजूद ठीक हुआ कोरोना मरीज
भारत में यह पहली बार हुआ है कि 100 दिन लाइफ सपोर्ट पर रहने के बावजूद चेन्नई का कोरोना मरीज बिना फेफड़े के प्रत्यारोपण के ठीक हो गया है। कुछ लोग इसे भले चमत्कार कहें, लेकिन इस घटना से साबित होता है कि जीने की चाह हो तो जीवन एक adventure (साहसिक कार्य) भी है। दरअसल, अस्पताल ने दावा किया है कि चेन्नई का व्यक्ति मुदिज्जा (Chennai man) ईसीएमओ (ECMO) समर्थन के साथ नौ सप्ताह से अधिक समय बिताने के बाद बिना फेफड़े के प्रत्यारोपण के ठीक हो गया और 60 दिनों से अधिक समय तक कृत्रिम फेफड़े से जुड़े रहने के बाद फेफड़े के प्रत्यारोपण के बिना ठीक होने वाला देश का एकमात्र मरीज है। चेन्नई के एक व्यक्ति मुदिज्जा ने जीवन रक्षक मशीनों पर लगभग चार महीने बिताए, लेकिन फेफड़े के प्रत्यारोपण के बिना ठीक हो गया। जिस अस्पताल ने उसका इलाज किया था, उसने यह दावा किया है। 56 वर्षीय व्यक्ति को गुरुवार को Rela Hospital द्वारा छुट्टी दे दी गई। अस्पताल ने कहा कि उन्होंने एक्स्ट्रा कॉरपोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजनेशन (ईसीएमओ) पर लगभग 109 दिन बिताए। Rela Hospital ने कहा, 'वह एक जीवित चमत्कार बन गया, क्योंकि ईसीएमओ समर्थन के