रेगिस्तान में संकटों के बीच फंसे थे गुर्जिएफ

AI Image गोबी रेगिस्तान पार करते समय किया रेतीली आंधियों का सामना जंगली ऊंट के काटने से हुई साथी की मौत टारेंट्युला के डंक के बाद काटा अपने साथी के पैर का मांस बतख के शिकार के चक्कर में दोस्त ने दागी पैर पर गोली पिता ने सांप के साथ खेलने को किया मजबूर -गुलजार हुसैन प्रसिद्ध लेखक-विचारक जी. आई. गुर्जिएफ (George Ivanovich Gurdjieff) ने विलक्षण मनुष्यों के संग बिताए बेहद रोचक पलों, रहस्यमयी और ज्ञानवर्धक अनुभवों से अपनी जिंदगी संवारी थी। अपनी चर्चित पुस्तक मिटिंग्स विद रिमार्केबल मेन (Meetings with Remarkable Men) में उन्होंने एक से बढ़कर एक रोमांचक पलों को याद किया है। खौफनाक गोबी रेगिस्तान में जाना किसी भी मनुष्य के लिए आसान नहीं था, तब 1898 में गुर्जिएफ अपने ग्रुप के साथ वहां पहुंचे। इस बेहद खतरनाक और मुसीबतों से भरी यात्रा ने उनके जीवन को झकझोर कर रख दिया था। इनका ग्रुप ताशकंद से होते हुए शरक्शां नदी के किनारे से आगे बढ़ा था। गुर्जिएफ ने दिक्कतों का सामना करते हुए बहुत सारे दुर्गम पहाड़ी दर्रों को पार किया, तब जाकर वे गोबी रेगिस्तान के पास एक गांव में पहुंचे। गांव में उन्ह...