SOCIAL MEDIA: लोगों की नजर में बिहार चुनाव के जरूरी मुद्दे
बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार जनता बदलाव लाने के मूड में दिखाई दे रही है। बेरोजगारी और आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रहे बिहार के अधिकतर युवा आज भाजपा-जदयू सरकार से काफी नाराज दिखाई दे रहे हैं। हमने फेसबुक पर लोगों से राय जाननी चाही कि आखिर बिहार में कौन-कौन से ऐसे मुद्दे हैं, जिसपर वोटिंग होगी। आइए देखते हैं कि लोगों ने फेसबुक पर कमेंट में कौन-कौन से मुद्दे गिनाए हैं। हमने सबकी राय को ठीक उसी क्रम में रखा है, जिस क्रम में वे कमेंट के रूप में आए।
Mohammad Sharfe Alam बिहार की स्थिति पर व्यंग्य करते हुए कहते हैं- रोज़गार नहीं दे पाए, शिक्षा व्यवस्था नहीं सुधार पाए, भ्रष्टाचार बढ़ गया, कानून व्यवस्था बदतर हो गई।
Pinki Gupta कहती हैं- कोरोनाकाल में अस्पतालों की स्थिति बद्तर हैं और सबसे बड़ी बात वर्तमान स्थिति में युवाओं के पास रोज़गार नहीं है, उचित शिक्षा कि व्यवस्था नहीं हैं, किसानों की स्थिति ख़राब हैं। ज़ाहिर सी बात है, जनता इन तमाम समस्याओं से उबरना चाहती है।
Brajesh Chandra कहते हैं-देशहित के लिए बिहार में NDA की हार जरूरी है।
Susanskriti Parihar वोट करने की जरूरत बताते हुए कहती हैं- वोट जरूरी है धोखेबाजों को सबक के लिए।
Prashant Shekhar कहते हैं- जब रोजगार नही तो युवा क्या करें। नीतीश कुमार की सरकार भाजपा के साथ मिल कर भी बिहारी युवा को रोजगार देने में पूरी तरह असफल रही हैं दूसरी ओर युवा तेजस्वी एक मौका मांग रहे हैं। 15 साल नीतीश को देख लिया अब एक बार तेजस्वी को भी मौका देकर देखना चाहती है बिहार की जनता।
Kranti Katke Jadhav कहती हैं- इस बार देशद्रोही पार्टी और जनता के बीच टक्कर है।
Abhishek Anshu कहते हैं- बिहार चुनाव में बीजेपी जेडीयू की हार देश की राजनीति से हिंदू-मुस्लिम, मंदिर, पाकिस्तान जैसे फर्जी मुद्दों को हटाकर रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, अर्थव्यवस्था को स्थापित करेगी...
Aheer Dhanji Singh कहते हैं-शिक्षा को चौपट कर दिया, आयोग्य और फर्जी शिक्षकों के भरोसे बिहार के सरकारी स्कूल, गरीब मजदूर किसान दलित के बच्चे सरकारी स्कूल से ही शिक्षा ग्रहण करते थे, इसलिए जानबूझकर शिक्षा को चौपट किया गया।शिक्षा माफियाओं की बाढ़ आ गई बिहार में, नौनिहालों का भविष्य चौपट किया जा रहा है।
Indu Sinha कहती हैं- इस बार चुनाव शिक्षा, रोजगार और उपचार पर है।
Vikram Khamparia कहते हैं- इस बार चुनाव है देश बचाने के लिए।
MD Haleem Mansoori कहते हैं- सिर्फ जुमलों की सरकार नहीं चाहिए, चाहिए शिक्षा और रोजगार।
Sachin Kumar Jain कहते हैं-ताकि विध्वंस का अश्वमेघ यज्ञ रुके। इसके परिणाम भाजपा और संघ को सोचने समझने के लिये प्रेरित करें कि देश को बान्टना और भय फैलाने से हिन्दुस्तान अपना मूल चरित्र, स्वभाव और स्वरूप खो देगा।
वरिष्ठ पत्रकार और संपादक Neelkanth Paratkar इस बार के चुनावी मुद्दे पर कहते हैं- लाखों मजदूर भूखे प्यासे पैदल घर लौटे और निकम्मी सरकार टूक टूक देखती रही इससे बडी त्रासदी कोई नहीं।
Sanjeet Kumar कहते हैं- जो मजदूर विरोधी है, उसके खिलाफ वोटिंग होगी।
Ramawtar Yadav कहते हैं- बासी, उबाऊ, रिटायर्ड नेतृत्व में बिहार पिछड़ रहा है। बिहार को युवा, कर्मठ ,प्रतिशील नेतृत्व की जरूरत है ऐसा नेतृत्व जो बेरोजगारी, मंहगाई ,दवाई और पढ़ाई पर फोकस करे।
मनीष कुमार कहते हैंं- रोजी नै रोजगार बा बिहारी बदहाल बा।
Bhogendra Thakur कहते हैं- They are pure evil and every victory of theirs is forcing India into a failed state. We are heading to become Pakistan and Afghanistan when they are trying to come out of their mess.
Sangh Saran बिहार की स्थिति पर कहते हैं- इनसे कुछ हो नहीं रहा और इनकी मंशा भी नहीं लगती कुछ करने की....इन्हें बस सत्ता चाहिये । सेवा के लिये नहीं बल्कि राज पाट चलाने के लिये।
Asghar Mehdi कहते हैं- बिहार में इनकी हार फासीवाद के ख़िलाफ़ संघर्ष का पड़ाव साबित होगा।
Md Raqueeb कहते हैं- इसलिए कि न्याय के साथ विकास क्या है पूरे बिहार में हर वार्ड में काम हुआ
Prahlad Das कहते हैं-बिहार का चुनाव देश का भविष्य तय करने वाला है। इसलिए यह हार जरूरी है।
Sanjeev Shanti Mehta कहते हैं- जो देश की उम्मीदों पर पानी फेर दिया वह बिहार का क्या भले करेगा। बीजेपी जदयू की हार को सुनिशित करें, बिहार को आगे बढ़ने का रास्ता दें। जय हिंद जय बिहार
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